OMH Exclusive Pan Opthalmologica 2023 की थीम ‘लर्निंग फ्रॉम कॉमप्लीकेशंस’ थी, जिसमें भारत के अलग-अलग शहरों से मशहूर नेत्र चिकित्सकों ने हिस्सा लिया।
OMH Exclusive Pan Opthalmologica 2024: बढ़ते प्रदूषण, खानपान और जीवनशैली से जुड़ी गलत आदतों के कारण आंखों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। आंखों की सही देखभाल न होने पर अंधेपन समेत कई गंभीर स्थितियों का खतरा रहता है। पुराने समय में बुजुर्गों में ही आंखों से जुड़ी परेशानियां देखने को मिलती थीं, लेकिन आज के समय में डिजिटल डिवाइस का इस्तेमाल, प्रदूषण और स्मोकिंग जैसी बुरी आदतों के कारण युवा भी आंखों से जुड़ी समस्याओं का शिकार हो रहे हैं।
आंखों से जुड़ी बीमारियों का इलाज, नई तकनीक और नई दवाओं के इजात होने से आसान हो रहा है। तकनीक और नई खोजों से इलाज में भले ही आसानी हुई हो, लेकिन चुनौतियां अभी भी बरकरार हैं। इन्हीं चुनौतियों से निपटने के लिए दुनियाभर के डॉक्टर एक फोरम पर तकनीकी इलाज को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं। गुरुग्राम स्थित अरुणोदय डेसरेट आई हॉस्पिटल की तरफ से ऐसे ही कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में हॉस्पिटल की तरफ से Pan Opththalmologica 2024 का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में दुनियाभर के कई नामचीन नेत्र रोग विशेषज्ञों ने आंखों से जुड़ी बीमारियों और इसके इलाज में बढ़ती तकनीक पर चर्चा की।
आंखों से जुड़ी बीमारियों के इलाज पर डॉक्टरों ने की चर्चा
Pan Opththalmologica 2024 कार्यक्रम की थीम ‘लर्निंग फ्रॉम कॉमप्लीकेशंस’ थी, जिसमें भारत के अलग-अलग शहरों से मशहूर नेत्र चिकित्सकों ने हिस्सा लिया। अरुणोदय डेसरेट आई हॉस्पिटल के डायरेक्टर और वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अरुण सेठी ने बताया Pan Opththalmologica 2024 का एजेंडा आंखों के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली नई तकनीकों और इलाज में आ रही चुनौतियों पर गहन चर्चा करना था। दिन भर चले इस कार्यक्रम में डॉक्टरों ने इन विषयों पर विस्तृत चर्चा की और तमाम मशहूर नेत्र चिकित्सकों ने इलाज में आसानी और हर व्यक्ति का इलाज सुनिश्चित करने जैसे मुद्दों पर अपनी राय रखी।
Pan Ophthalmologica 2024 कार्यक्रम में इन विषयों पर देश के तमाम नेत्र चिकित्सकों ने अपनी जानकारी साझा की-
कॉम्पलेस ऑपथैल्मोलॉजी ट्रीटमेंट पर विडिओ आधारित प्रेजेंटेशन (VIDEO-BASED PRESENTATIONS ON COMPLEX OPHTHALMOLOGY SCENARIOS)
मोतियाबिंद सर्जरी सिम्युलेटर का परिचय (INTRODUCTION OF A CATARACT SURGERY SIMULATOR)
फेको, पुतली विस्तार उपकरणों पर वेट लैब सेशन (WET LAB SESSIONS ON PHACO, PUPIL EXPANSION DEVICES)
ग्लूकोमा सर्जरी के लिए इंट्राऑपरेटिव गोनियोस्कोपी (INTRAOPERATIVE GONIOSCOPY FOR GLAUCOMA SURGERY)
डॉ. अरुण सेठी ने कहा कि आंखों से जुड़ी बीमारियों के इलाज में तकनीक का अहम योगदान है। आंखों की सर्जरी से लेकर इससे जुड़ी बीमारियों के निदान में तकनीक अहम भूमिका निभा रही है। ग्लूकोमा और मोतियाबिंद जैसी गंभीर बीमारियों में सही समय पर इलाज और सर्जरी से मरीज की रोशनी बचाई जा सकती है।
ड्राय आई सिंड्रोम आज की बड़ी समस्या
कार्यक्रम में आंखों से जुड़ी बीमारियों पर बात करते हुए अरुणोदय डेसरेट आई हॉस्पिटल सीनियर आप्थमालजिस्ट डॉ रीना सेठी ने Onlymyhealth से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा, “डिजिटल स्ट्रेन और स्क्रीन टाइम बढ़ने की वजह से ड्राइ आई की समस्या बच्चों से लेकर बुजुर्गों में सबसे कॉमन है।” इस परेशानी से बचने के लिए सही समय पर डॉक्टर की सलाह और डिजिटल डिवाइस का कम इस्तेमाल करना चाहिए।
आंखों से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को कम करने की सलाह देते हुई डॉक्टर सेठी ने कहा कि समय-समय पर आंखों की जांच कराने से आप गंभीर समस्या का शिकार होने से बच सकते हैं। इसके अलावा आंखों की सही देखभाल करें, नियमित रूप से आंखों को साफ पानी से धोने से भी आप कई समस्याओं के जोखिम को कम कर सकते हैं।
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